बदमाश पिता की उसके ही बेटे ने कर दी हत्या, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
खबर वाणी भगत सिंह
मुज़फ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर के क़स्बा खतौली में एक बदमाश पिता की उसके ही अपने पुत्र ने षडयंत्र रच इसलिए हत्या कर डाली,क्योकि बदमाश पिता की करतूत के चलते आये दिन उनके घर पुलिस पूछ ताछ के लिए आया करती थी खतौली पुलिस ने आज इस हत्या का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जवकि इस केस में गलत तरीके से फंसाये गए अन्य लोगो को पुलिस ने छोड़ दिया है।
दरअसल मेरठ के बहसूमा निवासी सुरेंद्र की बीती 11 अप्रैल को उस समय हत्या कर दी गई थी,जब वह फ़रारी काटते हुए खतौली कोतवाली क्षेत्र के भैसी गांव निवासी अपनी बहन के यहाँ आया हुआ था।उसी दौरान मृतक बदमाश सुरेंद्र के पुत्र रवि ने अपनी बुआ के पोते विकास और अपने ताऊ माँगेराम के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या की साज़िश रच धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी थी जिसका शव एक खेत से बरामद हुआ था।
उस दौरान मृतक बदमाश सुरेंद्र के बेटे रवि ने अपने गांव बहसूमा के ही निवासी उन तीन लोगो को इस मामले में नामज़द किया था जिनके परिवार के एक सदस्य की हत्या के मामले में सुरेंद्र जेल जा चूका था,नामज़द ये तीनो लोग उस मामले की पैरवी कर रहे थे।
जिसके चलते आरोपी पुत्र द्वारा इन्हे इस मुक़दमे में फ़साने की कोशिस की गई थी,ताकि कोई उनपर शक ना कर सके लेकिन खतौली थाना प्रभारी संजीव कुमार की ततपरता और सही खुलासे से जहां एक तरफ तीनो बेगुनाह फंसने से बच गया तो वहीं दूसरी तरफ असली गुन्हेगार आज पुलिस गिरफ्त में है।
बहराल पुलिस के द्वारा इस मामले में की गई निष्पक्ष जाँच के चलते आज तीन बेग़ुनाह जेल जाने से बच गए है। गुरुवार को इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतक बदमाश सुरेंद्र के बेटे रवि सहित उसकी बुआ के पोते विकास और ताऊ माँगेराम को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया है।
इस मामले की जानकारी देते हुए सीओ खतौली आर.के सिंह ने बताया की मृतक बदमाश सुरेंद्र पर हत्या, लूट और चोरी के कई मुक़दमे दर्ज थे,और वर्तमान में भी वह एक हत्या के मामले में फ़रार चल रहा था।
इस मामले की जाँच के दौरान मृतक बदमाश सुरेंद्र के बेटे रवि से जब पुलिस ने सख़्ती के साथ पूछताछ की तो उसने बताया की उसके पिता के कृत के कारण आये दिन उनके घर पर पुलिस आया करती थी।
जिसके चलते उसकी नौकरी भी नहीं लग पा रही थी जिससे तंग आकर उसने साज़िश रच अपने पिता की हत्या को अंजाम देकर इनका ईल्जाम अपने गांव के ही तीन बेग़ुनाह लोगो पर डाल दिया था।