योगी सरकार में पानी निकासी और साफ-सफाई को तरस रहे आवास-विकास के लोग, अफसर सो रहे चेन की नींद
स्थानीय प्रशासन सहित नगर पालिका खतौली से लगा चुके गुहार,नही हो रहा स्थानीय लोगों की समस्याओं का समाधान, अब पलायन को मजबूर
खबर वाणी भगत सिंह
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश मैं यूं तो समाधान दिवस और अन्य विभागों के कामों को लेकर तमाम योजनाएं चलाई जा रही है, जिसके चलते उत्तर प्रदेश के तमाम जनपदों में इन योजनाओं को अमलीजामा पहनाकर लोगों की समस्याएं सुन उनका समाधान किया जा रहा है ,लेकिन जनपद मुजफ्फरनगर के कस्बा खतौली में स्थित आवास विकास कॉलोनी के निवासियों की परेशानी आज तक हल नहीं हो सकी है आवास विकास कॉलोनी के निवासियों का साफ तौर पर कहना है कि वह लोग कॉलोनी की साफ-सफाई और पानी निकासी की शिकायत स्थानीय तहसील स्तर से लेकर प्रशासनिक अफसरों और नगरपालिका तक को लिखित और मौखिक में कई बार दे चुके हैं, लेकिन आज तक उनकी समस्या का कोई भी समाधान नहीं हो सका है अब थक हार कर उन्होंने मीडिया का सहारा लेकर अपनी समस्या के समाधान की गुहार लगाई है तो वहीं उन्होंने कहा है कि अगर जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वह लोग अपने-अपने मकान बेचकर यहां से पलायन को मजबूर होंगे।
खतौली… दरअसल पूरा मामला जनपद मु0 नगर के खतौली विधान सभा इलाके की एक वीआईपी कालोनी अशोक विहार आवास विकास कॉलोनी का है। जहां कॉलोनी की जल निकासी और साफ सफाई न होने से परेशान लोग अब टूट चुके है उनका कहना है की हम लोग इस कालोनी की साफ सफाई और जल निकासी की शिकायतें स्थानीय प्रशासन से लेकर नगर पालिका खतौली तक में भी कई मर्तबा जा चुके है लेकिन हमे सिर्फ कोरे आश्वासन के सिवा आज तक कुछ नही मिला है।
कालोनी वासी इतने टूट चुके है की अब वे लोग कह रहे है की अगर समय रहते इस कालोनी की समस्या का समाधान नही हुआ तो वे लोग अपने अपने मकान बेचकर यहां से पलायन को मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी नगर पालिका परिषद खतौली और स्थानीय प्रशासन की होगी उन्होंने कहा की यहां के विधायक विक्रम सैनी ने भी यहां आज तक आकर नही देखा है विकास की बात तो दूर है।
कालोनी वासियों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से हम लोग इसी तरह परेशान हैं कुछ लोग तो अपने मकान बेचकर यहाँ से जा चुके है बाकि भी जाने को तैयार है। कालोंनी वासियो का कहना है कि इस पॉश कालोनी में नालियां तो बनी हुई हैं, लेकिन उन्हें बड़े नालों में आज तक नही जोड़ा गया है ऐसे में सारा गंदा पानी कॉलोनी में ही जमा हो जाता है।
लोग ने बताया कि यह समस्या कई वर्षो से जस की तस बनी हुई है लेकिन इसको लेकर संबंधित विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है यहाँ बारिश के दौरान भी कॉलोनी का और भी बुरा हाल जाता है नालियों को बड़े नालों से नहीं जुड़ने के कारण सारा पानी वापस कॉलोनी में ही रह जाता और सड़ने लगता है जिसमे जहरीले मच्छरों, मेंढक और सांपों का निकलना लगातार जारी रहता है।
कालोनी के जिम्मेदार लोगों में सुधीश पुंडीर आदि ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इस समस्या के समाधान को उन्होंने नगर पालिका के अलावा उच्च अधिकारियों के कई महीनों तक चक्कर लगाये है लेकिन सिर्फ कोरे आश्वासन के सिवा कुछ नही मिला है।
कॉलोनी वासियों की माने तो कॉलोनी में पानी की निकासी ना होने के चलते जहां एक तरफ विभिन्न तरह की बीमारियां पनपने और फैलने का खतरा बना हुआ है तो वही इस कीचड़ नुमा पानी के चलते कॉलोनी में जहरीले सांप, कीड़े, मकोड़े और मेंढक तक मकानों में घुस जाते हैं कॉलोनी वासियों का साफ तौर पर कहना है कि अगर जल्द ही कॉलोनी की इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह दिन दूर नहीं जब कलोनी वासी अपने अपने मकान बेचकर यहां से पलायन करने को मजबूर होंगे।
पीडितो का कहना है कि योगी सरकार समूचे उत्तर प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन और न जाने कितने साफ सफाई के विशेष अभियान चला रही है और लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन मुजफ्फरनगर के कस्बा खतौली में आवास विकास कॉलोनी में साफ सफाई और पानी की निकासी ना होना कहीं ना कहीं योगी सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजनाओं को पलीता लगाते दिखाई दे रहा है।