गंग नहर पटरी मार्ग पर पड़ी काली राख में झुलसा युवक हालत गंभीर, इलाके में मचा हड़कंप
ग्रामीणों का खुला आरोप स्थानीय पुलिस की नाक के नीचे कांवर्ड पटरी मार्ग व गंग नहर में राक्खी माफिया धकेल रहा राख पर्यावरण, सहित जल वायु पर भी पड़ रहा बुरा असर
मुज़फ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ योगी सरकार वायु प्रदूषण के बचाव के साथ ही जल बचाने की मुहीम छेड़ व्रक्षारोपण आदि करा जल प्रदूषण के बचाव के लिए समूचे उत्तर प्रदेश में विशेष अभियान चलवा रहे है, तो वही जनपद मुजफ्फरनगर की अगर हम बात करें तो यहां वायु प्रदूषण के साथ ही जलवायु पर भी राक्खी माफिया बुरा असर डाल रहा है, मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र अंतर्गत कांवड़ पटरी गंग नहर मार्ग सहित गंग नहर में भी यहां क्षेत्रीय राक्खी माफिया भूरा बकायदा काली राख डालकर वायु प्रदूषण के साथ ही जलीय जीव जंतुओं पर भी घातक प्रहार कर रहा है, आज राक्खी माफिया की बड़ी करतूत उस समय सामने आई जब आज एक ग्रामीण गरम काली राख में झुलस कर गंभीर रूप से घायल हो गया, जहां घायल की चीज पुकार सुन आस पास जंगलों में काम कर रहे किसान तुरंत ही मौके पर पहुंचे और किसी तरह पुलिस को सूचना देकर काली राख में झुलसे युवक को जिला अस्पताल उपचार के लिए भर्ती कराया, जहां से डॉक्टरों द्वारा उसकी हालत को गंभीर देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया, यहां स्थानीय ग्रामीणों की माने तो क्षेत्रीय राक्खी माफिया मौ0 इरफ़ान उर्फ़ भूरा पुत्र युसूफ निवासी नगला बुजुर्ग का क्षेत्र में इस कदर बोलबाला है कि स्थानीय पुलिस से लेकर वन विभाग तक में उसकी बड़ी सांठ गांठ बताई जा रही है जिसके चलते वह काली राख को कांवर्ड पटरी मार्ग सहित वन विभाग की जमीन और गंग नहर में धकेल रहा है जिससे पर्यावरण सहित जलीय जीव जन्तुओं और गंग नहर के पानी को भी दूषित किया जा रहा है स्थानीय निवासियों का कहना है कि आखिर इस राक्खी माफिया पर जिला पुलिस एंव प्रशासनिक अधिकारी कब कार्यवाही करेंगे।
दरअसल पूरा मामला भोपा थाना क्षेत्र के कांवर्ड पटरी गंग नहर मार्ग का बताया जा रहा है जहां पिछले काफी से काली राक्खी माफिया भूरा का आतंक बना हुआ है बताया जा रहा है कि यहां कांवर्ड पटरी मार्ग सहित वन विभाग की जमीन पर हज़ारों मीटर में माफिया द्वारा डम्फरों के माध्यम से काली राख डाली जा रही है।
जिसमे गर्म राख व अन्य फेक्ट्री के खतरनाक कचरे व अपशिष्ट को गंग नहर सहित वन विभाग की जमीन पर धकेल दिया जाता है जिसके कारण पर्यावरण सहित जलीय वातावरण को भारी नुकसान हो रहा है। शनिवार को भी गंग नहर पटरी मार्ग पर डाली गई गर्म राख में एक ग्रामीण उस वक्त गिरकर झुलस गया जब वह अपने पशुओं के लिए चारा आदि लेने जा रहा था।
यहां युवक की चीख पुकार पर स्थानीय ग्रामीण मोके की और दौड़ पड़े जहां किसी तरह गर्म राख से झुलसे युवक को गंभीर हालत में पहले गंगदासपुर व् बाद में जिला अस्पताल इलाज के लिए भर्ती कराया जहां डॉक्टरों द्वारा युवक को गम्भीरता के चलते हायर सैंटर रैफर कर दिया गया। ग्रामीणों की माने तो युवक की हालत गम्भीर बनी हुई है घायल युवक का नाम पता क्षेत्र के गांव नगला बुजुर्ग निवासी 26 वर्षीय मोहम्मद नबी बताया जा रहा है।
उधर काली राख में युवक के झुलस जाने की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस भी दलबल के साथ मोके पर पहुंची जहां पुलिस ने काली राख डालने वाले दबंग राक्खी माफियां भूरा को मोके पर बुलवाकर ग्रामीणों के बीच सुलह समझोता कराने का प्रयास किया लेकिन पीड़ित इंसाफ की गुहार लगा घायल को इलाज के लिए चले गए इस मामले में थाना भोपा प्रभारी का कहना है कि एक युवक राख में झुलस गया था जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है परिजनों को आरोपी राक्खी ठेकेदार के खिलाफ तहरीर देने को कहा गया था लेकिन देर रात्रि तक भी कोई तहरीर या घायल का परिजन थाने नही आया है तहरीर आने पर आरोपी राक्खी ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
मौके पर जुटे ग्रामीणों में नौशाद, साजिद, दानिश, गुल्लू, आरिफ, शादाब, सुभाष, गौतम, नितिन आदि ने बताया कि गांव के ही दबंग व्यक्ति भूरा ठेकेदार द्वारा गंग नहर पटरी मार्ग सहित वन विभाग की जमीन व् गंग नहर में प्रतिदिन हजारों मीटर में फैक्ट्री की केमिकल युक्त गर्म राख को डाल दिया जाता है। क्षेत्र में गर्म राख में गिर कर हाल ही में राजपाल, वसीम, सहित आधा दर्जन ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। ग्रामीणों की माने तो गर्म राख में प्रतिदिन जंगली जानवर व पक्षी भी गिरकर मर रहे है जिनमे राष्ट्रीय पक्षी मोर, नील गाय, पहाड़े, गीदड़, घाँस चरने वाले गौ वंश आदि सेंकडो पशु पक्षी शामिल है। बताया जा रहा है कि मोके पर पुलिस के सामने ही राक्खी माफिया ग्रामीणों से भिड़ गया जिसके चलते भोपा पुलिस को बीच बचाव भी कराना पड़ा।