गोदना पेंटिंग को लेकर मधुबनी के पति पत्नी को मिला पद्धमश्री पुरुस्कार
खबर वाणी संवाददाता
मधुबनी। बिहार के मधुबनी जिला के वार्ड संख्या 4 निवासी शिवन पासवान और पत्नी शांति देवी को जब पद्मश्री पुरस्कार के लिए नाम की घोषणा की गई इसके बाद शिवन पासवान को राष्ट्रपति पुरस्कार पद्मश्री पुरस्कार को लेकर नाम के चयन के लिए जब फोन किया गया तो पूरे परिवार में खुशी का लहर दौड़ गया। इसके बाद इसके बाद शिवम पासवान और पत्नी शांति देवी को पद्मश्री पुरस्कार के लिए नाम चयनित करने की खबर इलाके में और पूरे गांव में फैल गया जिसके बाद सुबह से गांव के लोगों की भीड़ शिवन पासवान के घर पर पद्मश्री पुरस्कार मिलने को लेकर बधाई देने के लिए गांव के लोगों घर आने लगे।
वही जब शिवन पासवान से पद्मश्री पुरस्कार को लेकर नाम चयन को लेकर पूछा गया तो बताया कि पेंटिंग को लेकर मेरा पूरा परिवार और मैं खुद पेंटिंग को लेकर करीब 48 वर्षों से लगा हुआ हूं, इस पेंटिंग को लेकर 1984 85 में राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है और पद्मश्री पुरस्कार के लिए 5 से 6 बार हम लोगों ने अप्लाई किया था लेकिन नाम चयन नहीं हुआ वहीं इस बार फोन आया कि आप दोनों पति-पत्नी का नाम पद्मश्री पुरस्कार के लिए नाम का चयन किया गया है। पद्मश्री पुरस्कार मिलने की खबर जब मिली तो बहुत खुश हुए वहीं शिवन पासवान पद्मश्री मिलने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया बहुत-बहुत बधाई।
वही शिवम पासवान ने बताया कि शांति देवी जी-20 सम्मेलन जो दिल्ली में हुआ था उसमें भी वह भाग ली थी और वहा शांति देवी ने पेंटिग के माध्यम से चंद्रयान बनाया था। जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद पेंटिंग को देखकर तारीफ किया,वही पद्मश्री पुरस्कार मिलने की खबर के बाद सगे संबंधियों का फोन के माध्यम से बधाई दे रहे है।
वहीं शिवम पासवान और शांति देवी का बड़ा पुत्र कमल पासवान ने कहा कि हमलोग भी मिथिला पेंटिंग बनाते है और पेंटिंग को लेकर ही 2012 -13 में बिहार राज्य सरकार से की तरफ से राज्य पुरस्कार सम्मान मिला है वहीं परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि हम सभी भी इसी काम को करते हैं।