वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस और गैंगस्टर के बीच हुई मुठभेड़
मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए आरोपी के पास से कार में 17 पेटी देशी शराब, अवैध असलाह कारतूस खोका भी बरामद
खबर वाणी भगत सिंह
मुजफ्फरनगर। थाना मंसूरपुर पुलिस के हाथ उस वक्त बड़ी सफलता लगी जब पुलिस हाइवे पर वाहन चेकिंग कर रही थी, चेकिंग के दौरान पुलिस ने जब एक कार चालक को रोकने का प्रयास किया तो कार चालक पुलिस पर फायर कर जंगल के रास्ते भागने लगा, जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी घेराबंदी करते हुए भाग रहे आरोपी को घेर कर हिरासत में ले लिया ,तलाशी के दौरान पकड़े गए आरोपी की कार से 17 पेटी देसी शराब अवैध असला कारतूस भी पुलिस ने बरामद किया है, सीओ खतौली ने बताया की पकड़ा गया आरोपी गैंगस्टर व शराब तस्कर मेरठ निवासी मनोज है
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दरअसल पूरा मामला नेशनल हाईवे 58 स्थित मंसूरपुर थाना क्षेत्र की चौकी बेगराजपुर का है जहां बीती देर रात्रि में पुलिस संदिग्ध वाहन/ व्यक्तियों की तलाशी कर रही थी।
तभी अचानक एक संदिग्ध कार को पुलिस ने रुकने का इशारा किया लेकिन कार चालक ने रुकने के बजाय पुलिस पर फायर कर भागने का प्रयास किया जवाबी कार्रवाई में चौकी इंचार्ज ने आला अधिकारियों को सूचना कर कार का पीछा किया और बेगराजपुर से जोहरा के रास्ते पर जंगल में घेराबंदी करते हुए कार चालक को हिरासत में ले लिया। जब पुलिस ने कार की तलाशी ली तो कार से 17 पेटी देसी शराब सहित पकड़े गए आरोपी के पास से अवैध असला कारतूस व खोखा बरामद किया गया।
उधर सूचना मिलते ही थाना मंसूरपुर प्रभारी कुशलपाल सिंह व् सीओ खतौली आशीष प्रताप सिंह भी भारी फ़ोर्स के साथ मोके पर पहुंच गए जहां पुलिस ने पकड़े गए आरोपी से पूछ ताछ की तो पकड़े गए आरोपी ने अपना नाम मनोज पुत्र राजवीर निवासी प्रभात नगर थाना सरधना जनपद मेरठ बताया।
सीओ खतौली आशीष प्रताप सिंह ने बताया की पकड़ा गया आरोपी शातिर गैंगस्टर व् शराब तस्कर है जोकि रैक्टिफाइड शराब व् मिलावटी शराब को अपने गैंग के साथ मिलकर मेरठ, मुज़फ्फरनगर, शामली आदि जनपदों में बेचने का काम करता है पकड़ा गया आरोपी पहले भी मेरठ के सरधना से भी जेल गया हुआ है इसकी मेरठ सहित अन्य जनपदों से भी पूछ ताछ की जा रही है।
पकड़े गए आरोपी से बरामदगी
1. 01 तमंचा मय 03 जिन्दा व 01 खोखा कारतूस 315 बोर,
2. 01 कार LIVA नम्बर DL 4CAD 5046,
3. 17 पेटी देशी शराब,
गिरफ्तार आरोपी मनोज पर अवैध शराब तस्करी, ह्त्या का प्रयास, गैंगेस्टर, आदि संगीन धाराओं के लगभग आधा दर्जन से ज्यादा अभियोग पंजीकृत है।