जिले में हाइवे छोड़ शहरी क्षेत्रों में बेअसर रहा किसानों का भारत बंद, सड़को पर महिलाएं रही परेशान
संयुक्त किसान मोर्चा का भारत बंद आयोजन शहरी क्षेत्रों में बेअसर रहा तो हाइवे पर दिखा असर
खबर वाणी भगत सिंह
मुज़फ्फरनगर। आज संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज भारत बंद का आयोजन किया गया था, जिसके चलते भारत भर में विभिन्न स्थानों पर कहीं बंद सफल रहा तो कहीं बंद बेअसर भी रहा है। जिले में हाइवे छोड़ शहरी क्षेत्रों में बंद रहा बेअसर दिखाई दिया है। तो कहीं हाईवेे पर किसानो का कब्जा रहा है।
अंतिम संस्कार से लेकर रस्म पगड़ी तक में जाने से जिले में महिलाओं को रोका गया। पुलिस प्रशासन भी तमाशबीन बना रहा। बता दें कि मुज़फ्फरनगर जनपद में भी हाइवे को छोड़कर शहरी क्षेत्रों ग्रामीण इलाको में बाजार प्रतिदिनो की तरह खुले हुए दिखाई दिए।
शहर भर में जहां एक तरफ तमाम चाक चौराहों और बाजार ,दुकाने खुली रहीं तो वहीं ठेली खोमचे वाले में यहां बाजार खोलते नजर आये।
वहीं बात अगर मुजफ्फरनगर जिले की करें तो मुजफ्फरनगर में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद का असर हाईवे को छोड़ शहरी क्षेत्र में बेअसर रहा है यहां शहर भर की तमाम दुकानें और बाजार खुले रहे तो वही हाईवे पर किसानों का कब्जा रहा।
यहाँ हाईवे के जाम में भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले हाइवे जाम करने वाले किसान यूनियन से जुड़े लोग और रालोद के पदाधिकारियों ने ऐसे लोगों को भी रोक लिया जो या तो किसी अंतिम संस्कार में जा रहे थे या फिर किसी रस्म पगड़ी में भाग लेने जा रहे थे।
यहां नेशनल हाइवे 58 पर थाना मंसूरपुर अंतर्गत नावला कट पर किसानो और जिला पुलिस प्रशासन की उस वक्त बड़ी लापरवाही देखने को मिली जब कुछ महिलाये रोती हुई पहले किसानो के बीच पहुंची और शहर में प्रवेश की मान मुनववल की महिलाओं का कहना था की वे अपने परिजनों के यहां रस्म पगड़ी में शामिल होने जा रहीं है लेकिन यहां किसानो ने जबरन उन्हें उनके वाहनों सहित रोक लिए।
यहां काफी देर किसानो की मिनंते करने के बाद रोती हुई महिलाएं स्थानीय पुलिस प्रशासन के पास भी पहुंची लेकिन पुलिस प्रशासन ने भी उनकी बाते सुन अनसुनी कर दी।
जिसके बाद महिलाओं ने मिडिया के सामने अपना दुखड़ा रोया जहां कुछ मिडिया कर्मियों ने उन्हें दूसरे वाहन से आगे भिजवाने में उनकी मदद की।
कुल मिलाकर जहां एक तरफ हाईवे पर अवस्थाओं का बोल बाला रहा तो वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार में पुलिस एंव प्रशासनिक अधिकारी अपने कर्तव्यों से विरत नजर आये यहां आम जनमानस की मदद करने के बजाए अधिकारी आराम से या तो पेड़ों की छाव में बैठे नजर आये या फिर चाय नाश्ता करते दिखे।
जबकि योगी सरकार द्वारा कड़े दिशा निर्देश दिए गए थे की कही भी किसानो के जाम के कारण किसी भी आम जनमानस को कोई तकलीफ न हो हर जिले में अधिकारी फिल्ड में नजर आएं।