शराब के नशे में गिरफ्तार युवक एक्साइज पुलिस की कस्टडी से फरार
24 घंटे बाद भी नहीं मिला युवक, तो खोजबीन में जुटे ग्रामीण व स्थानीय पुलिस
खबर वाणी संवाददाता
कैमूर। शनिवार की शाम दुर्गावती थाना क्षेत्र के यूपी बिहार बॉर्डर ककरैथ चेकपोस्ट पर शराब चेकिंग के दौरान एक्साइज विभाग के कस्टडी से शराब के सेवन में गिरफ्तार एक युवक का भागने का मामला सामने प्रकाश में आया है। वहीं घंटो बीत जाने के बाद जब युवक घर नहीं पहुंचा तो ग्रामीण खोजबीन में जुट गए। इधर थानाध्यक्ष राजीव रंजन सिंह, सब इंस्पेक्टर सतीश कुमार स्थानीय मुखिया पति पिंकू सिंह, मुखिया बब्बू सिंह ककरैथ चेक पोस्ट व कर्मनाशा नदी तट पर पहुंचे जहां जानकारी लेने में जुट गए।
नदी में डूबने की आशंका को लेकर खुद थाने के सब इंस्पेक्टर सतीश कुमार व पूर्व जिला परिषद आनंद सिंह नाव से कर्मनाशा नदी में सर्च अभियान चलाया। वहीं नदी तट पर जुटे ग्रामीण लापता युवक के नहीं मिलने पर तरह-तरह की चर्चा करते नजर आये। जानकारी के अनुसार युवक उत्तर प्रदेश के मऊ जिले का निवासी दीपक कुमार बताया जा रहा है जो कबिलाशपुर गांव के रहने वाले हरेंद्र यादव के ईट भट्टे पर रहकर जेसीबी ऑपरेटर का काम करता था।
इस संबंध में ककरैत चेक पोस्ट के प्रभारी उपेंद्र कुमार ने फोन पर बताया गया कि शनिवार की शाम चेकपोस्ट पर शराब की जांच की जा रही थी। इसी क्रम में शराब सेवन के मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार कर गाड़ी में बैठाया गया था। वहीं शराब जांच के बाद सभी गिरफ्तार लोगों को कानूनी प्रक्रिया के लिए भभुआ न्यायालाय ले जाने की तैयारी थी। उत्पाद विभाग की गाड़ी जैसे ही चेक पोस्ट से आगे बढ़ी कि दो युवक गाड़ी के पीछे से कूद कर भागने लगे।
दोनों युवक को भागते हुए देख एक्साइज पुलिस ने पीछा किया जहां पीछा करने के क्रम में एक युवक भागने में सफल हो गया जबकि दूसरे युवक को खदेड़ कर पकड़ लिया गया। पकड़े गए युवक को पुलिस अपने वाहन में बिठाकर ले गई। जबकि फरार युवक के बारे में आगे क्या हुआ इसको लेकर हम लोगों के पास कोई जानकारी नहीं है। घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्ष दर्शियों में ककरैत गांव के रहने वाले बबलू कुमार व गोलू कुमार ने बताया कि हम लोग अपने आंखों से देखा कि उत्पाद विभाग की तीन पुलिस युवक को बुरी तरह से मारपीट कर रही थी। आगे युवक के साथ क्या हुआ इसके बाद हम लोगों को कुछ नहीं पता चला।
वही आदर्श नुआंव गांव के रहने वाले ग्रामीण धनंजय सिंह ने बताया कि मैं अपनी आंखों से देखा कि उत्पाद विभाग वाले अपनी गाड़ी में उसे लड़के को बिठाये थे। लड़का गाड़ी से एक से दो बार कूद कर भागने की कोशिश किया। तीसरा बार लड़का को पुलिस ने पकड़कर बुरी तरह से पिटाई की गई। खैर 24 घंटे बाद भी युवक का कोई सुराग नहीं मिल पाया। इस मामले को लेकर ग्रामीणों के द्वारा तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं।